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Saturday, December 17, 2016

|| दुभंग ||

आमुचीच भुते | आमुच्याच वर |
परतून वार | तोच जुना |


आमुच्यासाठी जी | उलटी पावले |
आज मिरविती | शुभचिन्हे |


आमुच्या गळ्याला | चिरून मरण |
दुसऱ्यांच्या कंठी | मणिहार |


आम्हालागी झोंब | लिंबू मिरचीची |
कुणीसे लाभार्थी | साखरेचे |


राशीला आमुच्या | मंगळ नि शनी |
तिथे शुभस्थानी | शुक्रतारा |


झळाळते आज | वस्त्र जरतारी |
पांढरे निशाण | पुसोनिया |


फुटक्या घटाशी | ठोकताना बोंब |
मांडवात स्वर | मंगलाचे |


स्वर्गारूढ झाला | जरी धर्मराजा |
हिंडे तेलासाठी | अश्वत्थामा |


-कौस्तुभ
५-१२-२०१६

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